Mileage tips for car : आपको भी शिकायत है कि आपकी कार पुरानी होने के वजह से कम माइलेज दे रही है? तो फिर इसे आपके लिए पढ़ना बोहत जरूरी है | कार का माइलेज को बढ़ाने के लिए कुछ आसन टिप्स है जिसके जरिए आप अपने कार को आसानी से फायदे उठा सकते है | कार खरीदने के बादसे आप सभी ने यह अनुभव आया ही होगा कि, कुछ समय बाद आपकी कार का माइलेज कम देनी लगती है ।

माइलेज कम होने की समस्या होने से पेट्रोल अधिक डालना पड़ता है, और उसमे आज पेट्रोल की कीमत आसमान छु रिहा है | इसके चलते पूरा सब का बजट बिगड़ जाता है| हालांकि, कुछ लोगों का कहना है कि, उनकी कार का माइलेज सालों से अच्छा है और टिका हुआ है । इसलिए उनके बजट पर ज्यादा कोई असर नहीं पड़ता है | तो आज हम आपको कार का माइलेज बढ़ाने के कुछ आसान से टिप्स बताते है…
Mileage tips for car : आपकी कार की समय पर सर्विसिंग कराये –
कार की सर्विसिंग हमेशा दिए हुए समय पर करवाएं। यह आपके कार के इंजन, ब्रेक, सस्पेंशन और कार के अन्य हिस्सों सहित पूरी कार की सर्विसिंग होती है । आपकी कार की एयर फिल्टर की सफाई से इंजन को पर्याप्त मात्रामे हवा मिल सकती है | अगर समय पर कार की सर्विसिंग करेंगे तो कार की परफॉर्मेंस अच्छी रहती है और कार माइलेज भी अच्छा देंगी।
Mileage tips for car : कार का इंजन ऑयल से फायदे –
कार में हमेशा अच्छे क्वालिटी का इंजन ऑयल का ही उपयोग करे जिससे कार का इंजन बेहतर काम करता है | उस वजह से आपकी कार माइलेज भी अच्छा दे सकती है ।

Mileage tips for car : कार चलाने में आसानी होती है –
ज्यादा गति से कार को चलाना और बार-बार कार का ब्रेक लगाने से कार का माइलेज पर असर होकर वह कम हो जाता है। तो आपको का स्पीड यह स्मूथ ड्राइविंग करनी यानि कार चलाने में आसानी लानी होगी। एक्सीलेटर पेडल को बहुत जोर से न दबाएं और कार की गति को होसके तो समान रखें, ज्यादा जरूरत पड़ने पर ही पर ही ब्रेक लगाएं।
Mileage tips for car : कार की खिड़कियाँ खुली रखकर कार न चलाएँ उससे काफी नुकसान होता है –
खिड़कियाँ खुली रखकर कार ड्राइविंग करने से इंजन पर अधिक प्रेशर पड़ता है | जिससे कार को पेट्रोल की खपत ज्यादा होती है । अगर आप अच्छा माइलेज चाहते हैं तो कार की खिड़कियां बंद रखने की कोशिश करें ताकि इंजन आपको अच्छा मायलेज दे सके ।

Mileage tips for car : कार में ओवरलोडिंग ज्यादा न करे –
कार में हद से ज्यादा सामान न रखे यानी ओवरलोडिंग ने करे इससे आपके कार के इंजन पर अधिक दबाव पड़ता है | ज्यादा सामान होने से वजन बढ़ जाता है और कार चलाने के लिए अधिक ऊर्जा की आवश्यकता होती है। इसमें इंजन ज्यादा इंधन का इस्तमाल हो जाता है | जिससे कार का माइलेज कम हो जाता है। इसलिए जरूरी है कि वाहन में बहुत अधिक भारी कपड़े और सामान न रखें ।
Mileage tips for car : कार टायर की हवा –

समय-समय पर टायर की हवा का प्रेशर चेक करते रहे । टायर का प्रेशर लेवल सही होना चाहिए | अगर टायर में हवा का दबाव कम हो तो कार का माइलेज पर असर पड़ता है। सही और उचित टायर प्रेशर से माइलेज बढ़ सकता है। अँधेरे में नियमित रूप से टायरों की जाँच करें और उन्हें अच्छी तरह से चेक कराकर हवा भरले ।
Mileage tips for car : पेट्रोलऔर डीजल के क्वालिटी –

कार में हमेशा शुद्ध और बगैर मिलावटी पेट्रोल या डीजल का उपयोग करें | क्योंकि खराब यानी अशुद्ध पेट्रोल या डीजल का उपयोग इंजन को नुकसान पहुंचा सकता है, जिससे माइलेज कम हो सकता है।
Mileage tips for car : कार चलाने में सतर्क रहें –

कार चलाते समय हमेशा सतर्कतापूर्ण कार ड्राइविंग करें बेहतर ब्रेकिंग और एक्सलेटर करने की अनुमति देती है | जिससे कार के माइलेज में सुधार हो सकता है। अगर आप इन सभी टिप्स और उपायों को अपनाएंगे तो आप कार का माइलेज बढ़ा सकते है । ध्यान दें कि माइलेज ड्राइविंग शैली, वाहन की सफाई और रखरखाव के साथ-साथ इंजन दक्षता से प्रभावित होता है।
वैकल्पिक –
हालाँकि आपकी कार में ईंधन दक्षता में सुधार के लिए कई युक्तियाँ हैं, आपके द्वारा चलाए जाने वाले मील की संख्या को कम करना ईंधन बचाने और अपने कार्बन पदचिह्न को कम करने का सबसे प्रभावी तरीका है। अकेले गाड़ी चलाने के विकल्पों में सार्वजनिक परिवहन, कारपूलिंग, साइकिल चलाना और पैदल चलना शामिल हैं।
सार्वजनिक परिवहन का उपयोग आपके माइलेज फ़ुटप्रिंट को कम करते हुए आने-जाने का एक प्रभावी तरीका हो सकता है। सहकर्मियों या दोस्तों के साथ कारपूल करने से सड़क पर वाहनों की संख्या कम हो सकती है और ईंधन की बचत हो सकती है। छोटी यात्राओं के लिए साइकिल चलाना या पैदल चलना न केवल पर्यावरण के अनुकूल है बल्कि व्यायाम का अतिरिक्त लाभ भी प्रदान करता है।
यदि आपको गाड़ी चलाने की ज़रूरत है, तो कामों को समेकित करने और यात्राओं की कुल संख्या को कम करने के लिए अपनी यात्राओं की योजना बनाने पर विचार करें। आप दूर से या दूर से काम करने के अवसरों की तलाश भी कर सकते हैं, जिससे आपको आवश्यक यात्राओं की संख्या कम हो जाएगी। अपने माइलेज फ़ुटप्रिंट को कम करके, आप ईंधन बचा सकते हैं और पर्यावरण पर अपना प्रभाव कम कर सकते हैं।
माइलेज के बारे में मज़ेदार तथ्य, आँकड़े और सामान्य ज्ञान
- सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (SIAM) के अनुसार भारत में बेची जाने वाली नई कारों की औसत ईंधन अर्थव्यवस्था 18.6 किमी/लीटर है।
- 80 किमी/घंटा से अधिक की गति से गाड़ी चलाने पर कार का माइलेज 33% तक कम हो सकता है, क्योंकि गति के साथ हवा का प्रतिरोध तेजी से बढ़ता है।
- भारतीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के अनुसार नियमित इंजन रखरखाव, जैसे एयर फिल्टर को साफ करना या बदलना, कार के माइलेज में 7% तक सुधार कर सकता है।
- अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी के एक अध्ययन में पाया गया कि प्रमुख कार बाजारों में भारतीय वाहनों की ईंधन अर्थव्यवस्था सबसे कम है, औसत केवल 17.2 किमी/लीटर है।
- राजमार्गों पर क्रूज़ नियंत्रण का उपयोग स्थिर गति बनाए रखकर और अनावश्यक त्वरण और ब्रेकिंग को कम करके ईंधन दक्षता में सुधार कर सकता है। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, दिल्ली के एक अध्ययन के अनुसार, क्रूज़ नियंत्रण का उपयोग करने से ईंधन दक्षता में 14% तक सुधार हो सकता है।
- इंडियन ऑटोमोटिव टायर मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन के अनुसार कम फुलाए गए टायर कार के माइलेज को 3% तक कम कर सकते हैं। सही टायर दबाव बनाए रखने से आपके टायरों का जीवन भी बढ़ सकता है और सुरक्षा में सुधार हो सकता है।
- लंबे इंतजार के दौरान, जैसे कि रेलवे क्रॉसिंग या ट्रैफिक सिग्नल पर, इंजन बंद करने से कार की ईंधन दक्षता में सुधार हो सकता है और उत्सर्जन कम हो सकता है। भारतीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के अनुसार, एक कार निष्क्रिय अवस्था में प्रति मिनट लगभग 0.15 से 0.2 लीटर ईंधन की खपत करती है।
- भारी ट्रैफ़िक और बार-बार रुकने से कार का माइलेज कम हो सकता है, क्योंकि स्थिर गति बनाए रखने की तुलना में एक ठहराव से त्वरण में अधिक ईंधन की खपत होती है। टॉमटॉम ट्रैफिक इंडेक्स 2021 के अनुसार, सबसे खराब ट्रैफिक जाम वाला भारतीय शहर बेंगलुरु है, इसके बाद मुंबई, दिल्ली और चेन्नई हैं।
- भारत सरकार ने वाहन उत्सर्जन को विनियमित करने के लिए भारत स्टेज (बीएस) उत्सर्जन मानकों की शुरुआत की है। बीएस-VI, नवीनतम और सख्त मानक, 1 अप्रैल, 2020 को देश भर में लागू किया गया था, और वाहनों को कठोर उत्सर्जन सीमाओं को पूरा करने की आवश्यकता है। बीएस-VI मानकों को पूरा करने वाले वाहनों में अपने पूर्ववर्तियों की तुलना में बेहतर ईंधन दक्षता होने की उम्मीद है।
- भारतीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के अनुसार इको-ड्राइविंग तकनीक, जैसे धीरे-धीरे गति बढ़ाना, स्थिर गति से गाड़ी चलाना, तेज त्वरण और कठिन ब्रेकिंग से बचना और यातायात प्रवाह का अनुमान लगाना, ईंधन दक्षता में 25% तक सुधार कर सकता है। इको-ड्राइविंग का अभ्यास करके, आप ईंधन बचा सकते हैं और अपने कार्बन पदचिह्न को कम कर सकते हैं।
निष्कर्ष –
अपनी कार की ईंधन दक्षता में सुधार करना कोई रॉकेट साइंस नहीं है। यह छोटी लेकिन प्रभावी आदतों का संयोजन है जो बड़ा बदलाव ला सकता है। अपने टायरों को फुलाए रखना, अनावश्यक वजन कम करना, मोटर ऑयल के सही ग्रेड का उपयोग करना और अपनी यात्राओं की कुशलतापूर्वक योजना बनाना, ये सभी बेहतर माइलेज में योगदान दे सकते हैं।
आक्रामक ड्राइविंग, अत्यधिक निष्क्रियता, और एयर कंडीशनिंग और छत के रैक का उपयोग आपकी ईंधन अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। अपनी ड्राइविंग आदतों के प्रति सचेत रहकर और साधारण बदलाव करके, आप ईंधन की लागत पर महत्वपूर्ण धनराशि बचा सकते हैं और अपने कार्बन पदचिह्न को कम कर सकते हैं।
इस ब्लॉग में हमारे द्वारा साझा किए गए ईंधन दक्षता हैक्स का पालन करके, आप आसानी से अपनी कार का माइलेज बढ़ा सकते हैं। याद रखें, हरे-भरे और अधिक टिकाऊ भविष्य की दिशा में हर छोटा कदम मायने रखता है। इसलिए, चाहे आप कार के शौकीन हों या दैनिक यात्री, पर्यावरण पर अपने प्रभाव को कम करते हुए अपने वाहन से अधिकतम लाभ प्राप्त करने के लिए इन ईंधन दक्षता हैक्स को लागू करना सुनिश्चित करें।