Low Back Pain : ‘इस’ वजह से बढ़ रही है कमर दर्द की समस्या? किसे सबसे ज्यादा परेशानिंया होती है जाने….Seriously but Best suggestions 2023

Low Back Pain : आज की भागदौड भरी जन्दगी में ऑफिस वर्क हो या फिर कोई और काम हो सब जगहा पर काम करते हुए अपने स्वास्थ्य के बारे में सोचे बिना अपने परिवार की जिम्मेदारी के लिए काम करने वाले हर कोई हो पुरुष हो या गृहिणी हर घर में यह चित्र देखा जाता है के घरके काम काज में वह इतने बिझी हो जाते है के वह आपन स्वास्थ पर भी ध्यान नही दे पाते है |

शारीरिक बीमारियां –

इसमें गृहिणी के बारेमें बात करते है जो की, काम, बिजनेस और घर की जिम्मेदारियां को पूरा करते हुए | उन्हें निभाते-निभाते इन महिलाओं को कब दर्द शुरू हो जाता है |  इस बातका उनको एहसास ही नहीं होता। महिलाओं को होने वाली विभिन्न शारीरिक बीमारियों में से एक यह है जो पीठ दर्द | यह एक गंभीर समस्या बनती जा रही है। ऐसे समय में पीठ के निचले हिस्से में दर्द के इलाज के लिए महिलाएं विभिन्न दवाओं का उपयोग करती हैं |

Low Back Pain
Low Back Pain

लेकिन इससे कोई खास लाभ नहीं मिलता है | इसमें बर्फ चिकित्सा, व्यायाम और दर्द निवारक दवाएं कुछ महीनों तक पीठ दर्द से राहत दिलाने में मदतगार साबित हो सकती हैं | लेकिन जब यह दर्द निवारक औषधि का प्रभाव कम हो जाता है, तो गृहिणी को घर का छोटा-मोटा काम भी नहीं हो पाता है |

ऐसे घड़ीमें  क्या करना जरूरी है यह जानना बोहत जरुरी है के महिलाओं में कमर दर्द की यह पीड़ा के पीछे सही वजह क्या है,  चलो तो फिर मित्रों जानते है….

 

Low Back Pain : मोटापा –

  • कई महिलाओं को पैरों में कमजोरी और दर्द का अनुभव होता है उसका सही कारण है मोटापा ।
  • डॉक्टर की सही सल्ला मसलत करने पर दर्द निवारक इंजेक्शन लेने से भी कोई फायदा नहीं होता है। इससे हमेशा ठीक तरीके से खड़े होने पर भी बोहत दिक्कत आती है |
  • इसी तरह, एक ४५ से ५० की उम्र वाली टीचर को व्यायाम की नही करने के कारण पीठ दर्द एक गंभीर समस्या होगई थी |
  • इस वजहसे उनके लिए पाठशाला में टीचिंग करने के लिए खड़े होकर पढ़ाना भी मुश्किल हो गया था।
  • इसी कारण वश उनको कई वर्षोतक उन्हें गंभीर पीठ दर्द का मुकाबला करना पड़ा था। वह टीचर पीठ दर्द के कारण बोहत परेशान हो गई थीं कि,  उन्हें स्कुल में ड्यूटी पर जाना भी एक बड़ी परेशानी हो गई थी |
  • अब उन्हें पीठ के निचले हिस्से में बहुत दर्द होता है। इसी तरह से बोहत साड़ी गृहिणी को क्रॉनिक बैक पेन की समस्या भी गंभीर तरीकेसे बढ़ने लगी है ।

Low Back Pain : स्पाइन सर्जन के अनुसार –

देश के कई स्पाइन सर्जन के अनुसार, बोहत सारे लोगों को पीठ दर्द के हल्के और गंभीर तरीकेसे परेशानी होने से वह काम भी ठीक से नही कर पाते है। एक रिपोर्ट के अनुसार इसी तरह के दिनमें 70 से ज्यादा लोगों को इस पीठ दर्द के हल्के और गंभीर समस्या का सामना करना पड़ रहा है।

एक बुकमें छपे हुए रिपोर्ट के अनुसार, पूरी दुनिया भरमें लोगोंको पीठ दर्द की शिकायत यह 50 करोड़ लोगो में है । आने वाले २ या ३ सलोमें यह लगभग १०० करोड़ से ज्यादा लोगों तक पहुंचने का अनुमान बताया जारहा है।

Low Back Pain : समस्या कब बढती है –

यह समस्या के चलते काम करने वाले कामगार को जल्दी ही कामसे सेवानिवृत्ति लेने को मजबूर हो जाते है| पीठ दर्द से कई कर्मचारी और कामगार हमेशा काम से छुट्टी लेते है । कमर दर्द के बढ़ने से कई लोगों को शारीरिक विकलांगता के साथ जीना पड़ता है। जब उम्र बढती हो तो यह यह समस्या भी बढ़ती ही जाती है। यह समस्या ८० से ८५ साल की आयु तक अपने चरम पर पहुंच जाती है। कुछ मामलों में सर्जरी से फायदा हो सकता है | लेकिन सर्जरी हर बार आराम नही दे सकती है | ऐसा कुछ सर्जन का कहना है |

Low Back Pain : सर्जन –

कुछ सर्जन का कहना है की, पुरानी पीठ दर्द की समस्या यह आमतौर पर बढ़ती उम्र के साथ जुड़ी होती है। सामान्य कारणों में रीढ़ की हड्डी की बीमारी, स्पाइनल स्टेनोसिस और डिस्क की समस्याएं जैसी कुछ पीठ दर्द की समस्या का  कारण है जो की ज्यादातर मामलों में सर्जरी की सलाह दी जाती है वरना हो सके तो मेडिसिनसे ही और कुछ हलके व्यायाम से ठीक करने की कोशिश की जाती है |

Low Back Pain 2
Low Back Pain 2

 

Low Back Pain : कारण –

किसी बड़ी बीमारी के तुलना में लोगोंको पीठ दर्द के कारण सबसे ज्यादा लोग जॉब के लिए नही जा पाते है। तीन मुख्य कारण के चलते लोगो को पीठ दर्द की समस्या बढ़ जाती है |  पीठ के निचले हिस्से में दर्द यह बोझ उठाने से हो सकता है । काम के लिए एकही जगहा पर लंबे समय तक बैठे रहना, एकबार बैठने पर न खड़ा होना, न झुकना यह पोजीशन में एकही जगहा पर बैठे रहना यह समस्या को बढ़ाने में बोहत बड़ा कारण है |

Low Back Pain : स्तर –

2020 में, वैश्विक स्तर पर और सभी उम्र के वर्गोमें रिपोर्ट से यह जानकरी मिलती है की  २०% से ज्यादा  केसेसमें व्यावसायिक ergonomic घटक के लिए जिम्मेदार बोला गया था | लेकिन १२.५% मामलोमें धूम्रपान के वजह से और ११.५ % शिकायतें उच्च बॉडी मास इंडेक्स के चलते हो रहा था । धूम्रपान के कारण पीठ दर्द का खतरा मध्यम आयु यानी के ५० वर्ष से ७० वर्ष आयु तक के  वर्ग में सबसे ज्यादा था। अब युवा रोगियों में यानी १५ वर्ष से ५० वर्ष के काम और जॉब करनेवाले घटकों में यह समस्या बढ़ रहीथी।

Low Back Pain : तुलना –

महिलाओं में उनकी उम्र से जुडी हुई  समस्या के चलते हड्डियों के नुकसान, गर्भावस्था, पुरुषों और महिलाओं के बीच पेल्विक संरचनात्मक अंतर और हार्मोनल imbalance के वजह से पीठ दर्द का जोखिम ज्यादा होता है। भारत में पीठ दर्द की व्यापकता के बारेमें यह जानना बोहत जरूरी है कि,  इसके जोखिम वजह और लोग इस दर्द से निजात पाने के लिए या फिर आराम पाने के लिए कौनसी मेडिसिन का सेवेन करते है । काम की जघा पर पीठ दर्द की घटनाओं को कम करने से अच्छे से सेवा दे पाने का अवसर मिल सकता है |

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