High Blood Pressure : विश्व स्वास्थ्य संगठनने दी चेतावनी हाई ब्लड प्रेशर का खतरा बढ़ रहा, क्या करे easy tips 2023

High Blood Pressure : हाई ब्लड प्रेशर होने के कारण और लक्षण हमे जानना बोहत जरूरी है | दुनिया भर में विभिन्न कारणों से हाई ब्लड प्रेशर से पीड़ित लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है। इस संबंध में अब विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने भी चेतावनी दी है।  विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) स्वास्थ्य के लिए संयुक्त राष्ट्र की विशेष एजेंसी है। WHO द्वारा प्रकाशित उच्च रक्तचापसे संबंधित एक रिपोर्ट में चौंकाने वाली जानकारी सामने रखी है कि, पूरी दुनिया भर में उच्च रक्तचाप के पांच  लोगों में से चार मरीजों का इलाज चल रहा है।

WHO क्या है –

WHO
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जैसा कि हमने पहले बताया है, WHO का पूरा नाम विश्व स्वास्थ्य संगठन है, जो हिंदी में विश्व स्वास्थ्य संगठन भी कहलाता है। यह विश्वव्यापी स्वास्थ्य देखभाल करने वाली संस्था है। यह संगठन दुनिया भर में काम करता है। यह संगठन का मुख्य उद्देश्य सभी देशों को स्वास्थ्य समस्याओं में मदद करना है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन का लक्ष्य सभी देशों को बेहतर स्वास्थ्य और स्वास्थ्य-संबंधी सेवाएं देना है। इस संगठन ने कई काम भी किए हैं, जैसे कि विश्व भर में किसी नई बीमारी का नियंत्रण करना। इस संघठन ने भी हाल ही में पूरे विश्व में कोरोना महामारी का हल खोजने की कोशिश की। यह संगठन भी विश्व भर में स्वास्थ्य जागरूकता फैलाता है। ताकि लोग अपने स्वास्थ्य और शरीर में होने वाली खतरनाक बीमारियों से बच सकें। इसी संघठन ने विश्व भर में फैली हुई बीमारियों से बचने के उपाय व दवा भी बनाए हैं।

W.H.O. की स्थापना –

जैसा कि आप सभी जानते हैं, विश्व स्वास्थ्य संगठन एक महत्वपूर्ण संस्था है, और आपको बता दें कि यह 7 अप्रैल 1948 को यूएन द्वारा स्थापना किया गया था। इस सगठन का दूसरा उद्देश्य विश्व भर में स्वास्थ्य जागरूकता फैलाना और बीमारी से बचाना है। इस संगठन का वर्तमान मुख्यालय जिनेवा, स्विट्ज़रलैंड में है। आपको यह भी बता देना चाहिए कि इस संगठन में करीब 194 देश हैं। इसमें भारत भी है। इस संघठन का मुख्यालय भारत की राजधानी दिल्ली में है।

आपको बता दें कि इथियोपिया के डॉक्टर ड्रोस एड्रेनोम घेब्रेयसस को विश्व स्वास्थ्य संगठन का निदेशक नियुक्त किया गया है। डॉ. मार्गरेट चान पहले इस संस्था के निदेशक थे। जब वह इस पद से रिटायर हो गई, तो डॉक्टर ड्रोस एड्रेनोम घेब्रेयसस ने इसका स्थान लिया।

High Blood Pressure : रक्तचाप को नियंत्रित करने में पांच गुना अधिक सफलता –

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दक्षिण कोरिया और कनाडाने भी वयस्कों में उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने में पांच गुना अधिक सफलता हासिल की है। रिपोर्ट ने यह भी कहा कि, उच्च रक्तचाप पर एक स्थायी, व्यवस्थित राष्ट्रीय कार्यक्रम की जरूरत है। यह भी कहा गया है कि 2050 तक साढ़े सात करोड़ से अधिक मौतों को टाला जा सकता है, अगर दुनिया के देश समय रहते उचित उपाय लागू कर लें. जानिए इसके पीछे की वजह। रिपोर्ट के अनुसार, इसी तरह 12 करोड़ मौतों को स्ट्रोक, हृदय रोग और हृदय विफलता से बचाया जा सकता है।

High Blood Pressure : उच्च रक्तचाप: –

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यह विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा जारी की गई पहली रिपोर्ट है। कुछ ही समय पहले संयुक्त राष्ट्र की महासभा के दौरान यह रिपोर्ट पेश की गई। अंतरराष्ट्रीय रिपोर्ट के अनुसार यह रक्तचाप के मामले में पहली रिपोर्ट को सादर किया गया  है। भारत में, 17 साल के बाद 4 करोड़ मौतों को रोका जा सकता है |

अगर 30 से 79 आयु वर्ष के लोगों को उच्च रक्तचाप के मरीजों पर नियंत्रण स्थापित किया जाता है। यह रिपोर्ट विश्व स्वास्थ्य संगठनने हाई ब्लड प्रेशर से जुड़े आंकड़ों के विश्लेषण पर बनाई गयी  है। यह पूरी जानकारी 140/90 से अधिक रक्तचाप वाले व्यक्ति या उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने के लिए दवाइयों को सेवन कर रहे  व्यक्ति के आधार पर बनाया गया है।

High Blood Pressure : रिपोर्ट के अनुसार उच्च रक्तचाप से होनेवाली समस्या –

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हृदय रोग, किडनी विकार, स्ट्रोक और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं उच्च रक्तचाप से हो सकती हैं। उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने के लिए उचित आहार, नियमित व्यायाम, तनाव नियंत्रण और नियमित रक्तचाप माप की आवश्यकता होती है। उच्च रक्तचाप के लक्षण अक्सर नहीं होते हैं। लेकिन हृदय, रक्त वाहिकाएँ और अन्य अंगों को बहुत नुकसान पहले ही हो चुका होता है।

उच्च रक्तचाप की समस्या कई लोगों को कई वर्षों तक रह सकती है। इससे हृदय रोग, स्ट्रोक और किडनी विकार जैसी गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने में पोटेशियम का कम या अधिक सेवन मदद कर सकता है।

उच्च रक्तचाप को सस्ती दवाओं से नियंत्रित किया जा सकता है। दुनिया भर में केवल पांच लोग ही उच्च रक्तचाप को सफलतापूर्वक नियंत्रित कर सकते हैं।”विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक का ऐसा कहना है |

रिपोर्ट के जरिए यह जाहरी तौर पर दिया गया है की  प्रमुख निष्कर्षों में से एक था कि 20 साल के भीतर उच्च रक्तचाप के मरीज के आक्दोमें दोगुने तरीके से वृद्धि हो रही है | वर्ष 1999 में कुल 65 करोड़ लोगो को उच्च रक्तचाप की शिकायत थी अब वर्ष 2019 में एक अरब 29 लाख से ज्यादा आकड़ों का रिपोर्ट में जिक्र क्या गया है ।

पुरे दुनिया भर में हर तीन लोगो में से एक व्यक्ति को उच्च रक्तचाप गंभीर बिमारी से पीड़ित है, लेकिन आधे से अधिक लोग इसकी जानकारी नहीं जानते है ।

  • भारत में 18 करोड़ से अधिक लोग 30 से 79 वर्ष की आयु में उच्च रक्तचाप से पीड़ित हैं।
  • केवल ३७% लोगों को समय पर निदान और ३०% लोगों को समय पर इलाज मिल सकता है।
  • साढ़े छह करोड़ लोगों को उच्च रक्तचाप की बीमारी को नियंत्रित करने के लिए प्रभावी इलाज की जरूरत है
  • रोकथाम, शीघ्र निदान और प्रभावी प्रबंधन तीनों को लागू करना चाहिए।
  • अस्वीकार: यह लेख आम लोगों के लिए है। ऐसी किसी भी सामग्री की सिकल मीडिया ग्रुप ने पुष्टि नहीं की है। आप एक विशेषज्ञ से अधिक जानकारी ले सकते हैं।

High Blood Pressure : लक्षण से पता करे, बचाव कैसे करे और नियंत्रण कैसे करें हम जानेंगे –

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साइलेंट किलर भी ब्लड प्रेशर का नाम है। हाई ब्लड प्रेशर से पीड़ित व्यक्ति को अपनी डाइट और लाइफस्टाइल पर खास ध्यान देना चाहिए। हाई बीपी वाले व्यक्ति अक्सर कोई लक्षण नहीं दिखाते।

High Blood Pressure : क्या मतलब होता और क्यों होता है –

व्यक्ति को हाई ब्लड प्रेशर में ब्लड प्रेशर 90/140 तक होता है। ऐसे में शरीर की धमनियों यानी नसों पर अधिक रक्त दबाव पड़ता है। दिन में कभी-कभी ब्लड का प्रेशर बढ़ता और गिरता है, लेकिन यह लंबे समय तक उसी तरह से रहता है तो सेहत के बोहत खतरा निर्माण कर सकता है। जैसे के ह्रदय रोग, हार्ट फेल्योर और स्ट्रोक इस समस्या का परिणाम हो सकते हैं।

डॉक्टरों का कहना है कि व्यक्ति के Life Style के अनुसार जो आदतें है वही उच्च रक्तचाप की मुख्य जड है, जो बीमारियाँ भी पैदा कर सकती हैं, हाइपरटेंशन इसका यह बड़ा कारण दिखाई देता है | हाइ ब्लड प्रेशर जैसी बिमारी के लिए दवाइया लेनी पडे इस से अच्छा है की इस बीमारी से बचने के लिए हम हमारे लिए ही कुछ सावधानिया बरते जिससे बिमारी भी ना बढे और इलाज करनेसे बचे रहे ।

वर्तमान की भाग दौड़ भरी जीवनशैली में उच्च रक्तचाप का खतरा बढ़ जाता है, जिसमें समय पर भोजन न करना, mobile फ़ोन के ज्यादा इस्तेमाल करना और नियमित व्यायाम या फिर योगा  न करना शामिल हैं। व्यक्ति जीवनशैली, लिंग और उम्र आदि कुछ अतिरिक्त कारण भी हैं जिनके लिए आप की कोई गलती नहीं हैं।

High Blood Pressure : सबसे बड़ा कारण –

आज की दुनिया में हर कोई तनाव से पीड़ित है। यह बीमारी पहले बुजुर्गों में होती थी लेकिन अब युवा और बच्चों में भी होने लगी है। नौकरीपेशा लोगों के साथ-साथ घर संभालने वाले लोग भी दफ़्तर के काम से परेशान हैं। स्ट्रेस के कारण ब्लड प्रेशर बढ़ाने वाले हॉर्मोन्स रिलीज होते हैं, जो रक्त वाहिकाओं पर दबाव डालते हैं। उच्च रक्तचाप के व्यक्ति को तनाव से बचना चाहिए।

High Blood Pressure : बीमारी का कारण निम्नलिखित हो सकता है –

High Blood Pressure : धुम्रपान का करना  –

इस बीमारी का मुख्य कारण हाइपरटेंशन भी हो सकता है | अगर आप बीडी, सिग्रेट आदि का बार-बार पीते हैं या धुम्रपान करते है तो आपको ब्लड प्रेशर की समस्या निर्माण हो सकता है । बीडी या सिग्रेट में निकोटिन नामक पदार्थ होता है | जो हमारे पैरासिम्पेथेटिक तंत्रिका तंत्र पर निकोटीन का प्रभाव पड़ता है | यह एक बहुत विषैला लिपोफिलिक कोलीनर्जिक एल्कालॉइड है। यह हमारे शरीर के भीतर की कोशिकाओं को संकोचित करता है। शराब का अधिक सेवन भी आपको हाइपरटेंशन का शिकार बना सकता है।

High Blood Pressure : रक्त चाप को तुरंत कम कैसे करें –

क्या आप भी सोचते हैं कि अपने ब्लड प्रेशर को जल्दी नियंत्रित करने के लिए आप अपने लाइफस्टाइल में कुछ बदलाव कर सकते हैं जिसके जरीय आप रक्त चाप पर नियंत्रण पा सकते है

• नियमित संतुलित मात्रा में भोजन करे।
• पूरी मात्रा में पोटैशियम लें।
• शराब और धूम्रपान से दूर रहें।
• खाने में नमक की मात्रा कम करें।
• कोई भी तनाव हो तो उसे कम करें।
•समय समय पर रक्तचाप की टेस्ट करते रहें।
• शांत रहने का प्रयास करें।
• हर रोज व्यायाम करें जिससे शरीर में चुस्ती फुर्ती भी रहेगी ।

ब्लड प्रेशर से हो सकती हैं बोहत साड़ी प्रोब्लेम्स –

न्युरिज्म –

धमनी के स्थानीय उभार को धमनीस्फीति या धमनी विस्फार (Aneurism / एन्यूरिज्म) कहते हैं। नियमित रूप से धमनी एक सी नलिकाकार संरचना होती है । एनेउरिजम ब्लड प्रेशर से कमजोर हो जाते हैं। यह बहुत खतरनाक हो सकता है।

high blood pressure Aneurism
high blood pressure Aneurism

हृदय फेल्योर –

ब्लड के हमेशा रहने पर ह्रदय की मांसपेशियां भारी हो जाती हैं क्योंकि इस स्मास्या से कोशिकाओं पर अधिक दबाव पड़ता है। इसलिए दिल के फेल्योर होने के चांसेस रहते है है | जिसके चलते शरीर को आवश्यक रक्तचाप या ब्लड सर्कुलेशन नहीं मिलता है।

शरीर के किसी पार्ट का पूरी तरह से कार्य नहीं कर पाना –

किडनी में रक्त वाहीकाओं को कमजोर कर देता है  जिसके चलते अंगो में कमजोरी आना शुरुवात होती है | आगे चलके कई अंगों का काम करना बंद कर देता है। बिना दवाई के भी उच्च रक्तचाप को सामान्य स्तर पर लाया जा सकता है। इसके लिए अपनी जीवनशैली में बदलाव लाना आवश्यक है। आप इस घातक बीमारी से छुटकारा पा सकते हैं अगर आप निम्नलिखित जीवन बदलाव करते हैं।

  • हाइपरटेंशन से बचने के लिए वज़न बढ़ाने से बचें।
  • नियमित व्यायाम आपको हाइपरटेंशन से बचाता है।
  • व्यायाम करने से दिमाग शांत होता है, जिससे भावनात्मक तनाव कम होता है।
  • सिगरेट पीना हमारी रक्त वाहिकाओं को खराब करता है। इन आदतों को छोड़कर हाइपरटेंशन कम कर सकते हैं।

विवरण –

हाइपरटेंशन या उच्च रक्तचाप की कोई भी समस्या होने पर तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें। उच्च रक्तचाप के दावों को पूरा करना पॉलिसी के नियमों और शर्तों के अधीन है।

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